Thursday, December 28, 2006

बेरोज़गारी

नदी में डूबते हुए आदमी ने
पुल पर चलते हुए आदमी को
आवाज़ लगायी "बचाओ बचाओ"
पुल पर चलते आदमी ने नीचे
रस्सी फेकी और कहा आओ...


नदी में डूबता हुआ आदमी
रस्सी नहीं पकड़ पा रहा था
रह रह कर चिल्ला रहा था
में मरना नहीं चाहता
ज़िन्दगी बड़ी मेहेंगी है
कल ही थो मेरी एक MNC कंपनी में
नौकरी लगी है...

इतना सुनते ही पूल पर चलते
आदमी ने अपनी रस्सी खीच ली
और भागते भागते वो MNC कंपनी गया
उसने वहां के HR को बताया की
अभी अभी एक आदमी डूबकर मर गया है
और इसमें तरह आपकी कंपनी में एक
जगह खाली कर गया है...
में बेरोजगार हूँ मुझे ले लो...

HR बोली दोस्त तुमने देर कर दी, अब से कुछ देर
पहले हमने उस आदमी को लगाया है
जो उससे धक्का दे कर तुमसे पहले यहाँ आया है!!!!

1 comment:

Anonymous said...

अच्छी कविता है। आप तो हिन्दी में लिख लेते हैं फिर हिन्दी में लिखना क्यों छोड़ दिया। हिन्दी में और भी लिखिये।